जिला ब्युरो गोपाल रावडिया मारु की रिपोर्ट
धार। में 17 मई कों ज्ञान स्कूल ऑफ़ नर्सिंग की छात्रा कमला डामोर के खुद का गला काटने की घटना ने सनसनी मचा दी थीं। इस घटनाक्रम के बाद मौक़े पर पहुंचे पत्रकारों कों घायल छात्रा में मनगढ़ंत कहानी सुनाई और कहा की वह ज्ञान स्कूल आफ नर्सिंग में पड़ती है तथा कॉलेज शिक्षिका शिवानी के द्वारा उसके ओरिजिनल दस्तावेज नहीं दिए जा रहे और मांगने पर ₹3 लाख की मांग की जा रही है यह बयान मीडिया के लिए काफी था जिसके बाद शहर और जिलेभर में यह ख़बर चर्चा का विषय बन गई। छात्रा एक विशेष समुदाय से थीं लिहाजा कुछ तथाकथित संगठन के लोगो ने भी बिना सोचे विचारे कॉलेज प्रबंधन पर आरोपों की झड़ी लगा दी लगे हाथ कांग्रेस भी इस मुद्दे कों भुनाने में लग गई सरदारपुर से कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल भी अस्पताल पहुंचे और छात्रा से मुलाक़ात कर अपनी राजनितिक रोटी सेंकी साथ ही इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने की बात बिना जांचे विधायक हसीं का पात्र बन गए क्युकी छात्रा कों ना केवल एक साल कों बल्कि दो वर्षो की छात्रवृत्ति और आवास भत्ते की राशि भी मिल चुकी जो वह चट कर गई।पुलिस का खुलासा डीआरपी लाइन में नर्सिंग छात्रा द्वारा सुसाइड केस का पुलिस ने जांच के बाद खुलासा किया है। छात्रा के सुसाइड की जांच कर रही पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी(CCTV) फूटेज और कॉलेज की टीचर के बयान के बाद कई बिंदुओं पर जांच की। इसमें सामने आया कि नर्सिंग छात्रा अपने प्रेमी की शादी होने से आहत थी। जब शादी के बाद प्रेमी और उसके दोस्त छात्रा के पास पहुंचे थे तो उसने दुखी होकर ब्लेड से अपना गला काट लिया था। इस घटना के बाद बदनामी के डर से साक्ष्य को छुपाने के लिए प्रेमी विनोद पिता विजय अमलीयार निवासी पांच पीपलिया-अमझेरा ने घटना बदलकर पेश की। नर्सिंग छात्रा कमला डामोर ने जो बयान दिए है, उसमें ज्ञान कॉलेज ऑफ नर्सिंग व वहां की टीचर पर दस्तावेज नहीं देने व तीन लाख रुपए मांगने के आरोप लगाए थे। लेकिन पुलिस जांच में पूरा मामले की परतें खुली तो सच्ची कहानी सामने आई।यह था पूरा मामला गौरतलब है कि 17 मई कों दोपहर में नर्सिंग छात्रा कमला डामोर को लहुलुहान स्थिति में जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इस दौरान छात्रा के गले पर धारदार हथियार से चोट के निशान थे। डॉक्टरों ने उपचार के लिए छात्रा को आईसीयू में भर्ती करवाया था। जहां उपचार के बाद छात्रा ने अपने बयान में नर्सिंग कॉलेज और एक टीचर पर गंभीर आरोप लगाए थे जो फर्जी निकले।
धार पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह के निर्देश पर इस कार्रवाई में नगर पुलिस अधीक्षक रवींद्र वास्कले, थाना प्रभारी कोतवाली समीर पाटीदार, एसआई सपना डोडियार, गजेंद्रसिंह चौहान, नीलेश यादव, आरक्षक आसिफ शेख, शिवकुमार वास्कले व शुभम की महत्वूपर्ण भूमिका रही।